skip to main
|
skip to sidebar
neerajvichar
गुरुवार, 15 जुलाई 2010
सुचना के अधिकार कानून की शक्ति
किसान नेता अखिल गोगोई ने सुचना के अधिकार कानून का उपयोग कर यह साबित कर दिया है कि इसे हथियार बना कर इन नकाब पोश नेताओ जिसे रंगा सियार कहना ठीक रहता है । इनकी करतूतों को उजागर किया जा सकता है.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
पेज
मुखपृष्ठ
नितिन गडकरी का सपना चनकनाचूर हो सकता है असम चुनाव...
फ़ॉलोअर
ब्लॉग आर्काइव
►
2013
(3)
►
सितंबर
(3)
►
2012
(1)
►
मार्च
(1)
►
2011
(20)
►
सितंबर
(1)
►
अगस्त
(1)
►
जुलाई
(5)
►
जून
(4)
►
अप्रैल
(2)
►
मार्च
(4)
►
फ़रवरी
(3)
▼
2010
(3)
►
अक्तूबर
(1)
▼
जुलाई
(2)
सुचना के अधिकार कानून की शक्ति
मेधा पाटेकर ने जिस तरह से नदी बांध का विरोध शुरू क...
मेरे बारे में
neeraj
journalist
मेरा पूरा प्रोफ़ाइल देखें
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें